नागरिकता संशोधन बिल संसद में पास हो गया. राज्यसभा और लोकसभा की बहस हिन्दू बनाम मुसलमान को लेकर होती रही लेकिन असम की सड़कों पर अपनी भाषा और संस्कृति को लेकर आंदोलन तेज़ होने लगे. वहां 24 घंटे के लिए इंटरनेट और मोबाइल फोन बंद कर दिया गया है. गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दी गई है. ऐसी खबरें हैं. गुवाहाटी में प्रदर्शन तेज़ हो गया. शाम तक स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कर्फ्यू लगाना पड़ा. कर्फ्यू अनिश्चितकालीन समय के लिए लगाया गया है. नागरिकता संशोधन बिल पर बहस के दौरान अमित शाह ने कहा कि वे एनआरसी लेकर आ रहे हैं. उन्होंने खुद कहा है कि लेकर आएंगे; अपने अपने दस्तावेज़ तैयार रखिए. जब घर घर में दस्तावेज़ों की खोज शुरू होगी तब क्या होगा!
बिल के पक्ष में 125 एवम विरोध में 105 मत; जदयू पक्ष में, शिवसेना का वॉकआउट
नई दिल्ली/गुवाहाटी
नागरिकता (संशाेधन) बिल राज्यसभा ने बुधवार रात 105 के मुकाबले 125 मताें से बिल पारित कर दिया। राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद यह कानून बन जाएगा। साथ ही पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवम बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के बाद आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों की भारत की नागरिकता पक्की हो जाएगी। उधर, बिल के खिलाफ बुधवार काे पूर्वाेत्तर में प्रदर्शन जारी रहे। भाजपा शासित असम एवम त्रिपुरा में हालात बिगड़ गए। गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू लगाना पड़ा। केंद्र ने अर्द्धसैनिक बलाें की 50 कंपनियां एयरलिफ्ट कर असम व अन्य राज्याें में भेजीं। 20 कंपनियां कश्मीर से गई हैं।
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गुवाहाटी, तिनसुकिया एवम डिब्रूगढ़ में सेना तैनात है। त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवान भेजे गए। इस बीच, बिल पारित होने पर देश के कई हिस्सों में जश्न मना। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे संवैधानिक इतिहास का काला दिन बताया। असम और पूर्वोत्तर में प्रदर्शन कर रहे लोगों का दावा है कि पड़ाेसी देशाें के लाेगाें काे नागरिकता देने से इलाके की जनसांख्यिकी बिगड़ जाएगी। आरएसएस इस मुद्दे पर देशभर में अभियान चलाने की तैयारी में है। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार असम पर इस कानून का बहुत सीमित असर होगा। उन्होंने दावा किया कि इस कानून से करीब 1.5 करोड़ लोगों को फायदा होगा, जिनमें से 72 लाख से ज्यादा तो पश्चिम बंगाल में ही हैं। वहीं, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बिल को आने वाले दिनों में सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
असम के डिब्रूगढ़, जाेरहाट, गाेलाघाट, तिनसुकिया, शिवसागर, बाेंगाईगांव, नागाैन, साेनितपुर सहित कई जिलाें में सुबह से हजाराें लाेग सड़काें पर जमे रहे। प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल करीब एक घंटे तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे। असम, त्रिपुरा, मिजाेरम एवम मेघालय में स्कूल, काॅलेजाें एवम यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं टालनी पड़ी। त्रिपुरा में बुधवार काे लगातार दूसरे दिन इंटरनेट बंद रहा। असम के भी 10 जिलो में गुरुवार शाम 7 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।
मणिपुर में इनर लाइन परमिट सिस्टम काे राष्ट्रपति की मंजूरी:
मणिपुर में इनर लाइन परमिट सिस्टम लागू करने के आदेश पर बुधवार काे राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद ने दस्तखत कर दिए। अब दूसरे राज्यों के लोगों को यहां आने के लिए अनुमति लेनी पड़ेगी। नगालैंड सरकार ने दीमापुर जिले में भी यह व्यवस्था लागू कर दी है।
शिवसेना, बसपा का राज्यसभा से वॉकआउट, जदयू सरकार के साथ:
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नाराजगी के बाद नागरिकता बिल पर कड़ा रुख दिखा रही शिवसेना के तीनों सांसदों ने राज्यसभा में बिल के खिलाफ वोट देने के बजाय वॉकआउट किया। बसपा के दो सांसदों भी वोटिंग का बहिष्कार किया। दूसरी तरफ, पार्टी में विरोध के सुरों के बावजूद जदयू ने राज्यसभा में भी बिल का समर्थन किया।